मेरे एक दोस्त ने मुझसे पूछा कि कोई Yuva Padhai Kyoon Kare ? यह सवाल सुनकर मैं थोड़ा आश्चर्य हुआ कि ये ऐसा सवाल क्यों कर रहा है क्योंकि मैंने कभी इस विषय पर सोचा ही नहीं और ऐसा सवाल ना कभी मेरे मन में आया । इस विषय पर चर्चा करने से पहले Padhai के कुछ महत्वपूर्ण आयामों पर चर्चा करते हैं ।
पढ़ाई (Padhai) क्या है
पढ़ाई जिसे अंग्रेजी में studies कहते हैं इस शब्द का अर्थ है अध्यन करना, जो कि अधि + अयन से बना है। अधि मतलब निकट होता है तथा अयन मतलब मार्ग /रास्ता होता है ,तो इसे हम इस तरह से परिभाषित कर सकते है कि यह किसी के निकट ले जाने का मार्ग है । यहां किसी से तात्पर्य वो सब कुछ हो सकता है जिसके बारे में आप जानना चाहते हैं ।
सरल शब्दों में पढ़ाई वह प्रक्रिया है जिसमें हम किसी विषय या वस्तु के बारे में जानने , समझने , उसमे अपना गहरी सोच विकसित करने और उससे कुछ सीखने का प्रयत्न करते हैं ।
यह हमें स्व मुल्यांकन से जोड़ता है , स्वयं को देखने से जुड़ता है , स्वयं को तथा समाज को परिष्कृत करने से जुड़ता है , समाज के उत्थान से जुड़ता है ,अपने आस पास के लोगों को देखने की दृष्टि से जुड़ता है , यह आध्यात्म से जुड़ता है । यह पृथ्वी में व्याप्त संपूर्ण चीजों के ज्ञान के बारे में जानने से जुड़ता है । लेकिन आज Padhai को सिर्फ नौकरी पाने का माध्यम मात्र समझा जाता है ।
Hame Padhai kyoon karni chahiye/ पढ़ना क्यों जरुरी है
इसे हम निम्न हिस्सो में बाटकर देख सकते हैं
व्यक्तिगत कारण
- Padhai करने से हमें ज्ञान की प्राप्ति होगी जिसका प्रयोग हमारे जीवन के हर क्षेत्र हर परिस्थिति में कर सकते है ।
- Padhai करने से हमारा मानसिक ,सामाजिक, आर्थिक विकास होता है
- मानव के अंदर प्रगतिशील मूल्यों को लाने के लिए , जैसे – न्यायवाद, मानवता, तार्किकता
- हमारी निर्णयन क्षमता को बढ़ाती है
- अशिक्षित लोगों के सोच से भिन्न बनाती है
- आधारभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए तथा बेहतर जीवन पाने के लिए
- आत्मनिर्भर बनने के लिए
- शिक्षा बदलाव लाती है
- वर्तमान जीवन को बेहतर बनाते हुए भविष्य के चुनौतियों से लड़ने के लिए
सामूहिक कारण
- यह ना सिर्फ स्वयं की जीवन शैली बदलने की ताकत रखता है बल्कि पूरे परिवार की जीवन शैली बदल देता है
- व्यक्तिगत से सामूहिक कल्याण की भावना जागृत करता है
- मानव विकास तथा मानव खुशहाली को पाने के लिए
- गौरवशाली संस्कृति को बनाए रखने के लिए
- समाज में व्याप्त कुरीतियों को खत्म करने के लिए
राष्ट्रीय कारण
- पढाई से मानव संसाधन का विकास होगा और मानव संसाधन के विकास से देश की मानव संसाधन उत्पादकता में वृद्धि होगी , जीडीपी में वृद्धि होगा , ग्रोथ रेट बढ़ेगा ।
- विश्व के मंचो पर अपने देश का परचम लहराने के लिए
- शोध अनुसंधान और नवाचार के लिए
- तकनीकी के क्षेत्र में देश का विकास के लिए
- शैक्षणिक रूप से पिछड़े लोगों को विकास की मुख्य धारा में लाकर sabka sath sabka vishwas sabka vikas के लिए
युवा पढ़ाई क्यों करे Yuva Padhai kyoon kare?
युवा वह अवस्था है जहां कोई लड़का या लड़की अपना बचपन की अवस्था को पार कर व्यस्कता की ओर अग्रसर होता है । उसमें सोचने , समझने , निर्णयन , तार्किकता की क्षमता काफी हद तक विकसित हो चुकी होती है ।
इस अवस्था में उनकी ऊर्जा का सकारात्मक प्रयोग करते हुए देश का भविष्य कहे जाने वाले युवा से स्वयं की, समाज की , देश का विकास की उम्मीदें की जाती है । उन्हें इस युवा अवस्था में जिस तरीके से मोड़ना चाहे मोड़ा जा सकता है । इसलिए पढ़ाई के माध्यम से युवा का सर्वांगीण विकास करने का प्रयास किया जाता है ताकि वह सशक्त जागरूक समाज का निर्माण कर सके ।
ऊपर वर्णित सभी ‘पढ़ाई क्यों करनी चाहिए ’ कारक Yuva Padhai Kyoon Kare इसका भी कारण है । इसे एक बार फिर कुछ मुख्य पॉइंट्स में देखते हैं –
- Shiksha Jeewan Badal Degi. ना सिर्फ तुम्हारा बल्कि पूरे परिवार का जीवन बदल देगी ।
- यदि आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आते हैं तो स्वयं का , परिवार का जीवन शैली में बदलाव लाने के लिए पढ़ाई एक प्रभावी माध्यम हो सकता है
- व्यक्ति के अंदर नैतिक मूल्यों को लाने के लिए पढ़ाई अहम भूमिका निभाती है , क्योंकि पढ़ाई के दौरान सही गलत का भेद पता चलता है , लोगों से कैसा व्यवहार करना है ये सब सिखाया जाता है ।
- सर्वांगीण विकास के लिए । पढ़ाई ना सिर्फ एक क्षेत्र में विकास को लाती है बल्कि यह मानव का संपूर्ण विकास करता है । मानसिक , बौद्धिक , अचार – व्यवहार , व्यक्तित्व , नैतिकता जैसे सभी आयामों का विकास करता है ।
- समावेशी विकास के लिए । ना सिर्फ हमारा बल्कि हमारे आसपास के लोगों का विकास के लिए प्रेरित करती है ।
- सशक्त जागरूक समाज का निर्माण करने के लिए । पढ़ाई से लोग सशक्त , आत्मनिर्भर बन जाते हैं उनमें समाज के प्रति नजरिया भिन्न होता है । जागरूकता आने से उसे बहकाना आसान नही होता ।
- पढ़ाई देश का विकास के लिए जरूरी है पढ़ाई युवा को देश की अर्थव्यवस्था , राजनीति , राजव्यवस्था , आंतरिक सुरक्षा , समाज जैसे क्षेत्रों की समझ देता है । जिसके आधार पर युवा अपने देश के विकास के लिए आगे आता है ।
- संघर्षों से भरी दुनिया में खुद को कायम रखने के लिए
- सबका साथ सबका विकास के लिए
- वसुधैव कुटुंबकम् को साकार करने के लिए
- आज की युवा पीढ़ी से उम्मीद की जाती है कि वो देश को विकासशील से विकसित बनाए , ऐसा राष्ट्र निर्माण करे जहां लोग सद्भावना , प्रेमभावना , भतृत्व की भावना , एक दूसरे के लिए त्याग की भावना के साथ एक साथ रहे और सबका साथ सबका विश्वास सबका विकास के साथ विश्वगुरु बनने के लिए निरंतर प्रयत्न करते रहें ।
देश के हर नागरिक को उपर्युक्त वर्णित सभी कारकों को साकार करने के लिए युवा में वह ऊर्जा नजर आती है । इसलिए उन्हें देश का भविष्य कहा जाता है । तो Yuva ka padhna jaroori है ।
निष्कर्ष
हम पढ़ाई करके किसी का अहसान नहीं करते बल्कि हम स्वयं के लिए पढ़ते हैं , स्वयं का सर्वांगीण विकास करते हैं । जब ये हो जाता है तो देश स्वतः ही विकास की ओर आगे बढ़ती है । तो हमारे मन में ऐसा सवाल नहीं आना चाहिए कि Yuva Padhai Kyoon Kare ?
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