मुझमें क्या टैलेंट है , Talent Ko Kaise Pahchane , क्या हर व्यक्ति में टैलेंट होता है ? टैलेंट का क्या मतलब होता है ? What is my talent , how to find my talent , हमें अपने टैलेंट को कैसे निखारना चाहिए ? ऐसा सवाल आप सभी के जेहन में आता होगा पर आखिर ये टैलेंट है क्या ? इसका क्या मतलब होता है ? चलो विचार विमर्श करते हैं । और देखिएगा कि क्या वो आपके पास है या नही ।
Talent का क्या मतलब होता है
Talent शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द talanton से हुई है । Talent जिसे हिंदी में प्रतिभा या हुनर कहते हैं यह मानव की ऐसी कला या विशिष्ट कार्य करने की क्षमता है जो मानव द्वारा ही उसके स्वभाव , नॉलेज , कौशल , अभ्यास से विकसित होता है । यह किसी भी व्यक्ति की अपनी अलग योग्यता होती है जो उसे अन्य से भिन्न बनाती है ।
जैसे – song गाना, डांस , अच्छा गेम खेलना , खाना बनाना , एडिटिंग करना , कविता लिखना , गाना लिखना , वीडियोग्राफी करना , लोगों को हंसाना …. ऐसे ही कई सारी चीजें आपका talent हो सकता है , जिसे आप करते हैं ।
क्या हर व्यक्ति में टैलेंट होता है ?
ये बात हर किसी को कहा गया होगा कि हर किसी के पास कुछ ना कुछ टैलेंट होता है पर मित्रों यह पूरी तरह सही नही है कि टैलेंट हर किसी के पास होता है । यह कहना कि बस उसे पहचाना पड़ता है उचित नही है ।
टैलेंट कोई शरीर का हिस्सा नहीं है जो हमारे पास पहले से ही मौजूद हो। टैलेंट को विकसित किया जाता है। उसे स्वयं के अंदर विकसित किया जाता है और इसे डेवलप अपनी प्रैक्टिस (अभ्यास) और आदतों से किया जाता है। बार बार अभ्यास करने से वह हुनर बन जाता है और वही आपका विशिष्ट पहचान बनता है ।
जब तक उस पर्टिकुलर चीज का अभ्यास नहीं करेंगे, तब तक उस चीज को समझेंगे कैसे उसमे इंटरेस्ट कैसे आएगा, वह चीज कैसे रुचिकर लगेगा , उस क्षेत्र में कैसे आगे बढ़ेंगे और जब तक समझेंगे नही तो समझ कैसे आएगा कि आपमें आखिर क्या टैलेंट है । दोस्तों यह बस एक इनफॉर्मेशन / नॉलेज / प्रैक्टिस का खेल है।
आपको इस भ्रम से बाहर आना होगा कि आपके अंदर कोई टैलेंट है, अगर है तो अच्छी बात है और अगर नही है तो आप एक नई शुरुआत कर सकते है अपने अंदर talent विकसित कर सकते हैं ….. आगे जानेंगे कैसे।
टैलेंट को कैसे पहचानें Talent Ko Kaise Pahchane
यदि आपके पास talent है और आपको समझ नही आ रहा है कि आपके पास कौन सा talent है उसको कैसे पहचानना है तो कोई कहेगा टैलेंट को पहचानना है तो किसी शांत जगह में जाकर ठंडे मन से सोचना है कि आपका मन आपसे क्या कहता है, आपको क्या अच्छा लगता है।
क्या मित्रों ऐसा करना सही है। मैं इसे कुछ हद तक सही मानता हूं कि बस ये आइडेंटिफाई करता है कि वर्तमान स्थिति में आपके पास क्या नॉलेज है, आप किसके बारे में जानते हैं किसमे रुचि ले रहे हैं और उसी के आधार पर यह जवाब आता है कि आपको क्या अच्छा लगता है, आपका क्या मन करता है ।
तो क्या हमे मन के अकॉर्डिंग चलना चाहिए ?
मित्रों हमारा मन चंचल है छड़ भर में बदल जाता है। अभी एक यूट्यूब वीडियो देखो तो मन बदल जाता है, लगता है ये करू। बाद में और विडियोज देखो तो मन भटक जाता है। देखो मन कैसे विचलित होते रहता है। किसी का मन कहता है की मैं फ्री फायर खेल लूं, पर क्या ये सही है आप स्वयं से पूछो की आप ऐसे ही मन की सुनते रहोगे और फ्रीफायर खेलते रहोगे और टाइम पास करते रहोगे या अपने फ्यूचर की भी सोचोगे।
मैं मानता हूं कि फ्री फायर खेलना भी एक टैलेंट है जो हर किसी के पास नहीं है, क्योंकि उसने उसे अभ्यास से डेवलप किया है, उसकी जानकारी इकट्ठी की है। पर क्या यह फ्यूचर में काम आएगा ये मैं नहीं जानता पर मैं उम्मीद करता हूं कि फ्री फायर प्लेयर को पता हो। यह बस एक उदाहरण था, कोई इसे पर्सनली न लेना।
अपने टैलेंट को पहचानने के लिए अपनी अंतर्मन की बातें सुनते हुए सही जवाब का चुनाव करना है । याद रहे जो सही हो जो फ्यूचर में आपको काम आये उसका ही चयन करना है । अपने स्वयं को देखना है की आप किस चीज में बेहतर है, किसमे और अच्छा कर सकते हो ।
अगर आपको एक से अधिक चीजें अच्छा लगता है तो सभी को एक एक बार आजमाकर देखो ” और अगर उसमें रुचि बढ़ने लगे, काम में मजा आए, और उसके लिए आप अगर जानकारी इकट्ठा कर रहे हो उसे गहनता से जानने का प्रयास कर रहे हो तो समझ लेना की वही फील्ड है जो आपको आगे तक ले जा सकता है , और वही आपका टैलेंट है ।
यदि आप खुद को अन्य लोगों से भिन्न पाते हो , आपके पास वो योग्यता है जो दूसरों के पास नही है तो समझ जाना कि वही आपका talent है जो आपको अन्य लोगों से अलग बनाता है । जैसे कई लोगों को वीडियो एडिटिंग करने आता है पर आपके आस पास के लोगों को उसका ABCD भी नही आता तो समझ लेना आपके पास एक विशेष कला है जो आपके आस पास वालों के पास नही है ।
टैलेंट कैसे विकसित करें
अगर आपके अंदर कुछ भी टैलेंट नही है और आप अपने अंदर टैलेंट विकसित करना चाहते हैं आप यह कर सकते हैं इसके लिए आपको अपने आस पास जो भी चीजे ( क्रियाकलाप ) हो रही है उसकी जानकारी एकत्रित करो उसे समझने का प्रयास करो, उसे सीखो ।नए नए चीजों को सीखो उसे करने का प्रयास करो ।
जैसे यदि आपको गाना पसंद है तो गाना को गाने के लिए उसे सीखो , समझो । फिर अंदर से उसे करने का इच्छा जागृत होगा । और जब आप उसका अभ्यास करोगे उसे बेहतर तरीके से करने का कोशिश करोगे तो उसका अधिक नॉलेज हो जायेगा उसके सभी चीजों के बारे में जानने लगोगे और वही आपका पहचान बनेगा वही आपका टैलेंट बन जायेगा ।
टैलेंट को विकसित करने का एकमात्र तरीका है सीखो , फिर अभ्यास करो फिर एक दिन आप उसमे पारंगत हो जाओगे ।
हमें अपने टैलेंट को कैसे निखारना चाहिए
चलो मान लिया आपके पास टैलेंट है , और यदि नही है तो भी आपने उसे अपने अंदर विकसित कर लिया है और उसे आप परिष्कृत या उसे और बेहतर करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको प्रतिदिन अभ्यास करना चाहिए । यह थोड़ा – थोड़ा अभ्यास और अनुभव आपको उस क्षेत्र में पारंगत कर देगा और आपका टैलेंट निखर कर सामने आएगा ।
उपसंहार
Talent मानव की ऐसी कला या विशिष्ट कार्य करने की क्षमता है जो मानव द्वारा ही उसके स्वभाव , नॉलेज , कौशल , अभ्यास से विकसित होता है ।
टैलेंट का निर्माण के लिए अपने आस पास की जानकारी इकट्ठा करना, अभ्यास करना बहुत आवश्यक है।
बिना जानकारी के टैलेंट असंभव है
दोस्तों जीवन आपका है, इसे कैसे जीना है आपके हाथ में है । सही फैसला ले, दूसरो की राय से अपना रास्ता ना बदलें। हमेशा वही करें जो जापके जीवन के लिए सही हो। कहीं बाद में उससे पछताएं ना फैसला आपके हाथों में है।
।। धन्यवाद ।।