सामर्थ्य को पहचानें

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सामर्थ्य का अर्थ 

किसी भी क्षेत्र में कोई भी कार्य करने में सक्षम होना, क्षमता होना या किसी कार्य के लिए योग्य होना, सामर्थ्य कहलाता है।

सामर्थ्य / क्षमता के विरुद्ध का परिणाम

सामर्थ्य के विरुद्ध जाने से खुद को हानि के अलावा कुछ हासिल नहीं होता । जब भी कोई व्यक्ति अपनी क्षमता के विरुद्ध कोई कार्य करता है तो उसको निराशा के अलावा कुछ हासिल नहीं होता । जैसे कि आपको कोई कार्य दिया गया है जिसे आपको करना है, पर आप उसके लिए सामर्थ्य नहीं हो तो ऐसी परिस्थितियों में आपको ही तकलीफ होगी।

इसे एक और तरीके से समझते हैं जैसे हमारे पास 1 लीटर का बॉटल है और हम उसमें 2 लीटर पानी भरना चाहते हैं, तो क्या उस बॉटल में वो दो लीटर पानी आयेगा ? नहीं ना । क्योंकि उस बॉटल की क्षमता सिर्फ एक लीटर है। उसकी इतनी क्षमता नहीं है की वो दो लीटर को वहन कर पाए ।

ऐसे ही हमारे जीवन में जब हम अपनी सामर्थ्य के खिलाफ कोई कार्य करते हैं तो हमे निराशा के अलावा कुछ हासिल नहीं होगा। क्योंकि उसे हम नहीं कर सकते।

अगर आप सोच रहे हैं कि कोशिश, मेहनत करने से सब चीज आसान हो जाता है तो ये आपकी गलती है क्योंकि आपको पता ही नही है की किस कार्य में अपना मेहनत करना है। इसके लिए पहले आपको आपकी काबिलियत को जानना है कि किस फील्ड में आप बेहतर कर सकते है। फिर आप अपना उस कार्य में हंड्रेड परसेंट दीजिए तो आपका काम आसान हो जायेगा।

सामर्थ्य को पहचानना जरूरी

आपकी क्षमता को जानना जल्द ही सफलता पाने का पहला कदम है। जीवन में अपने सामर्थ्य को पहचानना बहुत ही जरूरी है, जब तक आप अपने क्षमता को नहीं पहचानोगे तो उस क्षेत्र में कैसे आगे बढ़ पाओगे । आप इससे भली भांति परिचित हैं। आप अपने भविष्य का चुनाव आप स्वयं करते है…..क्यों ? . क्योंकि आपको पता है कि आप किस क्षेत्र में बेहतर कर सकते है, आपको आपकी क्षमता का अहसास है इसलिए आप ऐसा करते हैं। इससे आपको ही फायदा होगा। आपको आपकी मंजिल तक पहुंचने में आसानी होगा क्योंकि आप अपने सामर्थ्य के हिसाब से कार्य कर रहे होते है।

मान लो आप स्टूडेंट हैं और आप बायोलाजी में अच्छा कर सकते हैं, उसमें आप कितना कर सकते हैं आपको पता है, पर घर वाले आपको इंजीनियर बनाना चाहते है, और आपको मैथ्स लेने पर मजबूर कर देते हैं तो क्या आप इंजीनियर बन सकते हैं…? नहीं ना। क्योंकि आपकी क्षमता इंजीनियर बनने की नहीं है बल्कि आपकी क्षमता बायोलाजी में है।

इसलिए मैं कहता हूं KNOWING YOUR CAPABILITY IS THE FIRST STEP TO GET SUCCESS SOON आपको अपनी क्षमता को पहचानना है, आप किस चीज में बेहतर कर सकते हैं आपको ये सोचना है, तब आपको मंजिल भी पास नजर आएगा।

सामर्थ्य किसे कहते हैं
सामर्थ्य को पहचानें

कहते तो हैं कि कोई भी परफेक्ट नहीं होता, कोई किसी में अच्छा होता है तो किसी में खराब पर हर किसी के पास एक यूनिक योग्यता / सामर्थ्य होता है जिसे आपको पहचानना जरूरी है, यह पहला कदम आपको आपकी मंजिल तक जरूर ले जाएगा उसे आपके समीप तक ले आयेगा।

क्या सामर्थ्य को बढ़ाया जा सकता है

आप तो जानते ही है की बदलाव प्रकृति का नियम है । समय के साथ सब बदल जाता है । वैसे ही हमारे सामर्थ्य में भी परिवर्तन आता है । मेरे अनुभव के आधार पर हमारे सामर्थ्य को बढ़ाया जा सकता है । कुछ चीजे है जो हमारे सामर्थ्य को बढ़ा सकती है । वो है –

  • निरंतर अभ्यास
  • अध्ययन द्वारा
  • अपने वातावरण से अनुभव करके
  • गलतियों से सीखकर
  • नए नए चीजों को सीखकर , जिस चीज को नही जानते उसके बारे में जानने का प्रयास करके

ये कुछ पॉइंट्स है जो हमारी क्षमता को बढ़ा सकती है ।

फैसला आपके हाथ में

क्या आप अपनी क्षमता को पहचानेंगे और कार्य करेंगे या सब जगह अपनी किस्मत आएंगे। जीवन आपका है फैसला भी आपके हाथों में है आपको क्या करना है और क्या नहीं।

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